नवरात्री के प्रकार एवं महत्त्व
नवरात्री के प्रकार एवं महत्त्व 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ नवरात्र चल रहा है और हममें से बहुत से लोग इस नवरात्र को शारदीय नवरात्र भी कहते हैं तो, इसी आलोक में क्या आपने कभी सोचा है कि जब हमारे यहाँ ऋतु चार (जाड़ा, गर्मी, बरसात एवं वसंत ऋतु) होती है तो फिर नवरात्र महज दो (शारदीय एवं चैत्रीय) ही क्यों होते हैं ??? क्योंकि, अगर मौसम चार हैं तो फिर नवरात्र भी चार ही होने चाहिए थे न ?? तो, आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि असल में.... हमारे चंद्रमास के अनुसार नवरात्र वास्तव में ही चार होते है.... 1👉 आषाढ शुक्लपक्ष में "आषाढ़ी" नवरात्र. 2👉 आश्विन शुक्लपक्ष में "शारदीय" नवरात्र. 3👉 माघशुक्ल पक्ष मे "शिशिर" नवरात्र. 4👉 चैत्र शुक्ल पक्ष मे "बासन्तिक" नवरात्र. परंतु, परंपरा से दो नवरात्र (चैत्र एवं आश्विन मास ) ही सर्वमान्य हैं. क्योंकि, चैत्रमास "मधुमास" एवं आश्विन मास "ऊर्जमास" नाम से प्रसिद्ध है... जो शक्ति के पर्याय है. अतः शक्ति आराधना हेतु इस काल खण्ड को "नवरात्र" शब्द से सम्बोधित किया गया है... नवरात्र का मतलब हो गय...